टेघरा, नचाप व भलुआ गांवों के किसानों की भीषण अग्निकांड में एक हजार अरहर के बोझे जले

दमकल कर्मियों की मदद से ग्रामीणों ने किया आग पर नियंत्रण

रिपोर्ट : अम्बालिका न्यूज़ ब्यूरो,
एकमा (सारण): जिले के मांझी थाना क्षेत्र के टेघरा गांव के बाधार में शुक्रवार को अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटें नचाप व भलुआ गांव के बधार में भी आग ने भीषण रुप धारण कर लिया। इस दौरान अरहर के लगभग 800 बोझे जल कर राख हो गये। बताया जाता है कि टेघरा, नचाप व भलुआ गांव के लोगों ने फायर ब्रिगेड कर्मियों की मदद से काफी में सकट के बाद आज पर जब तक काबू पाया तब तक किसानों के लगभग 800 अरहर के बोझे जल का नष्ट हो गए।

हालांकि अथक प्रयास कर गांव में आग लगने से बचा लिया गया। वहीं अग्निकांड की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे मांझी के अंचलाधिकारी ने राजस्व कर्मियों को अग्निकांड में हुई क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया। सीओ ने किसानों से कहा कि विभागीय नियमानुसार किसानों को इसका मुआवजा दिलाया जाएगा।


इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि टेघरा गांव से पूरब ब्रह्म बाबा स्थान के टेघरा गांव निवासी राजनाथ सिंह कवि जी के 230 अरहर के बोझे, त्रिदेवा सिंह के 200, पंचम सिंह के100, संजीव कुमार सिंह के 175, रघुवंश सिंह के 100 व संजीव सिंह के 60 के अलावा नचाप गांव के राकेश सिंह सहित टेघरा, नचाप व भलुआ गांवों के किसानों के दौनी करने के लिए बधार में एकत्रित कर रखे गए लगभग एक हजार अरहर के बोझे अग्निकांड में जलकर राख हो गए।


टेघरा गांव निवासी किसान राजनाथ सिंह कवि जी ने बताया कि अरहर की दौनी करने के लिए लिए ट्रेक्टर आने से पहले ही बगल के खाली खेत में आग लग गयी। तेज धूप व पछुआ हवा से आग फैलकर बगल में रखे अरहर के बोझे में पकड़ ली। किसानों एवं फायर ब्रिगेड कर्मियों के काफी प्रयास के बाद भी लगभग एक हजार अरहर के बोझे जलकर नष्ट हो गये। टेघरा गांव निवासी किसान व आप नेता भूपेंद्र प्रसाद सिंह ने जिला प्रशासन से अग्नि पीड़ित किसानों को समुचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।

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