नीतीश कुमार के पलटी मारने पर प्रशांत किशोर का बड़ा बयान; बोले- आज की घटना ने दिखाया कि बिहार के सभी राजनीतिक दल व नेता हैं पलटूराम

राजद के नेता जो नीतीश कुमार को बता रहे थे सुशासन का नेता, शाम होते-होते नीतीश कुमार को देंगे गाली, उन्हें दिखने लगेगा भ्रष्टाचार: प्रशांत किशोर

नरेंद्र मोदी, अमित शाह व भाजपा वाले भी उतने ही बड़े पलटूमार हैं, जो कह रहे थे कि बिहार में नीतीश कुमार के लिए भाजपा का दरवाजा है बंद: पीके

रिपोर्ट: अम्बालिका न्यूज़ ब्यूरो,
बेगूसराय (बिहार): बिहार में महागठबंधन सरकार की सरकार गिर चुकी है। नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद उन्होंने नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। नीतीश कुमार के इस फैसले पर और नीतीश कुमार और बिहार के राजनीतिक दलों पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया है। बेगूसराय के जीडी कॉलेज में रविवार को प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आप मेरे पिछले एक साल के वक्तव्यों को देखेंगे तो शायद एकमात्र व्यक्ति मैं रहा हूं जो ये कह रहा था कि नीतीश कुमार कभी भी पलटी मार सकते हैं। ये नीतीश कुमार की राजनीति का हिस्सा बन गया है। लेकिन, आज जो घटना हुई वो नीतीश कुमार के संदर्भ में नहीं है, नीतीश कुमार पलटूराम हैं या पलटूराम नेताओं के सरदार हैं ये बात जनता पहले से ही जानती है। आज की घटना ने ये दिखाया है कि पूरे बिहार में जितने राजनीतिक दल और नेता हैं सब पलटूराम हैं। आज ये भी तय हुआ कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह और भाजपा वाले भी उतने ही बड़े पलटूमार हैं, जो चार महीने पहले कह रहे थे कि बिहार में नीतीश कुमार के लिए भाजपा का दरवाजा बंद है। ये पलटूमार राजनीतिक व्यवस्था इसलिए है क्योंकि कल तक जिस नीतीश कुमार कुमार को भाजपा के नेता, समर्थक गाली दे रहे थे आज ही से उन्हें सुशासन की नई प्रतिमूर्ति बता रहे हैं।

राजद के नेता जो नीतीश कुमार को बता रहे थे सुशासन का नेता, शाम होते-होते नीतीश कुमार को देंगे गाली, उन्हें दिखने लगेगा भ्रष्टाचार: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने कहा कि ये पलटूमार व्यवस्था इसलिए है कि आज तक राजद के नेता नीतीश कुमार को सुशासन का नेता बता रहे थे, आज शाम होते-होते वो खुद नीतीश कुमार को गाली देंगे, शराबबंदी में उन्हें माफियागिरी दिखने लगेगी, बिहार में उन्हें भ्रष्टाचार दिखने लगेगा। लेकिन, अभी सुबह तक उन्हें ये नहीं दिख रहा था। नीतीश कुमार पलटूराम हैं, ये दुनिया जानती है, ये डिस्कवरी का मुद्दा नहीं है। इस घटना ने ये दिखाया कि नीतीश कुमार ने अपने ही रंग में पूरी राजनीतिक व्यवस्था को रंग दिया है। जिसमें भाजपा और राजद उतने ही बड़े पलटूराम हैं जितने नीतीश कुमार।