शिक्षक अभ्यर्थियों के अटेंप्ट के सीमित ऑप्शन को हटाए बीपीएससी: अमित नयन

रिपोर्ट अम्बालिका न्यूज़ ब्यूरो,
छपरा (सारण): शनिवार को सामाजिक संगठन युवा शक्ति संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारी अमित नयन के नेतृत्व में कई शिक्षक अभ्यर्थियों ने बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा में तीन अटेम्प्ट के शर्त को तुगलकी फरमान करार दिया। अमित नयन ने कहा है कि शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त उम्र सीमा एवं आरक्षण के दायरे में आने वाले सभी शिक्षक अभ्यर्थियों को बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा आयोजित शिक्षक बहाली प्रक्रिया में उनकी निश्चित उम्र सीमा तक परीक्षा में बैठने का हक मिलना चाहिए। उन्हें तीन अटेम्प्ट व पांच अटेम्प्ट के बीच बांध के रखना सही नहीं है। यह शिक्षक अभ्यर्थियों का संवैधानिक अधिकार है कि वह निश्चित उम्र सीमा एवं आरक्षण के दायरे में परीक्षा में बैठ सकें। जिसको राज्य सरकार और बीपीएससी छीन नहीं सकती। उन्होंने बिहार पब्लिक सर्विस कमिशन के अध्यक्ष एवं बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री श्री अशोक चौधरी जी से तत्काल मांग की है कि बीपीएससी शिक्षक बहाली में सीमित अटेम्प्ट के दायरे को खत्म किया जाए। तीन अटेम्प्ट को शीघ्रता पूर्वक खत्म किया जाए। शिक्षक अभ्यर्थी सुमित कुमार, विकास कुमार उपाध्याय ने कहा कि हम जैसे शिक्षक अभ्यर्थियों के ऊपर बिहार सरकार एवं बीपीएससी कुठाराघात कर रही है। हम सभी शिक्षक अभ्यर्थियों को तय उम्र सीमा तक परीक्षा में बैठने का मौका मिलना चाहिए। वहीं शिक्षक अभ्यर्थी अनु कुमारी ने कहा कि तीन अटेम्प्ट को हटाया जाए।मांग करने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों में अनु कुमारी, विकास कुमार उपाध्याय, सुमित कुमार, धीरज कुमार सिंह, सरफराज खान, गजेंद्र कुमार हिमांशु, विनय कुमार गिरी, सोनी मिश्रा, श्रुति प्रिया, शुभम कुमार, राजेश मिश्रा, प्रवीण माझी, रमन कुशवाहा आदि शिक्षक अभ्यर्थी शामिल हैं।