पूर्व मंत्री व स्वतंत्रता सेनानी पं. गिरीश दत्त तिवारी की 125वीं जयंती समारोह पूर्वक मनी

महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए थे स्वर्गीय गिरीश दत्त तिवारी

पंडित गिरीश दत्त तिवारी को भारत रत्न प्रदान करें केंद्र सरकार: सुधांशु रंजन

रिपोर्ट: वीरेश सिंह/केके सिंह सेंगर, अम्बालिका न्यूज़,
छपरा (सारण): मांझी प्रखंड के बरेजा पंचायत स्थित स्मारक स्थल पर पूर्व मंत्री व स्वतंत्रता सेनानी पंडित गिरीश दत्त तिवारी की 125वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर अनेक गणमान्य लोगों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
इस मौके पर वक्ताओं ने स्वर्गीय तिवारी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला।
मौजूद नेताओं ने सरकार से बरेजा उच्च विद्यालय का नामकरण स्व. तिवारी के नाम पर करने तथा इसे इनके कार्यक्रम को राजकीय समारोह का दर्जा दिए जाने की मांग की।
वहीं राजद नेता व पूर्व एमएलसी प्रत्याशी सुधांशु रंजन पाण्डेय ने भारत सरकार से इन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की। ताकि उनके परिवारजन भी गौरवान्वित महसूस कर सकें।
बरेजा गांव स्थित स्मारक परिसर में पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में राजद के वरीय नेता सुधांशु रंजन पाण्डेय, बरेजा पंचायत के मुखिया राजेश पाण्डेय, सरपंच विजय शंकर, पूर्व मुखिया डॉ कमलेश द्विवेदी, पूर्व प्राचार्य प्रो ओम प्रकाश सिंह, रमाशंकर सिंह, प्रो संतोष सिंह, संदीप रौशन, मनोज कुमार सिंह, तारकेश्वर ओझा आदि अन्य गणमान्य लोग शामिल थे। जयंती समारोह का संचालन स्व. तिवारी के पौत्र व अधिवक्ता प्रवीण चन्द्र तिवारी ने किया।

महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए थे स्वर्गीय गिरीश दत्त तिवारी:

बरेजा गांव वासियों व उनके परिजनों ने बताया कि वर्ष 1929 में लाहौर के कांग्रेस अधिवेशन में पूर्ण स्वाधीनता का प्रस्ताव पारित किया गया तथा वर्ष 1930 में महात्मा गांधी ने नमक सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया था। तब महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद व सरदार बल्लभ भाई पटेल बरेजा गांव स्थित गिरीश दत्त तिवारी के घर बरेजा आये थे। इसके बाद उनके साथ मिलकर स्वर्गीय तिवारी ने भी नमक सत्याग्रह आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।