
छपरा/सीवान। बिहार के सीवान जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के मलमलिया चौक पर शुक्रवार की शाम एक मामूली विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। देखते ही देखते धारदार हथियार से हमले में तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दर्दनाक घटना के बाद क्षेत्र में जबरदस्त तनाव फैल गया है और मलमलिया चौक पुलिस छावनी में तब्दील हो चुका है।
मृतकों की पहचान कौड़िया बाइसटोली के मुन्ना सिंह (पुत्र- सूचित सिंह), रोहित सिंह (पुत्र- पूर्व मुखिया अखिलेश सिंह) और कन्हैया सिंह (पुत्र- राजनारायण सिंह) के रूप में हुई है। घायलों में करण कुमार (पुत्र- सूरज सिंह) और रौशन कुमार (पुत्र- टुनटुन सिंह) शामिल हैं, जिन्हें गंभीर हालत में बसंतपुर अस्पताल से सीवान सदर अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं दो लोगों के लापता होने की सूचना है।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। एहतियातन पुलिस ने मलमलिया चौक की सभी दुकानें बंद करा दी हैं और आवागमन पूरी तरह बाधित है। मौके पर एसपी सीवान मनोज कुमार तिवारी सहित कई थानों की पुलिस तैनात है। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कैंप कर रखा है और लगातार छापेमारी कर रही है।
पूर्व के विवाद ने ली हिंसक मोड़: पुलिस पर लापरवाही का आरोप
जानकारी के अनुसार यह नरसंहार वर्षों पुराने विवाद का नतीजा बताया जा रहा है। कौड़िया गाँव के दो प्रभावशाली परिवारों—राजपूत और भूमिहार समुदाय—के बीच यह तनातनी पहले से चली आ रही थी। पूर्व मुखिया अखिलेश सिंह और शत्रुधन सिंह के बीच कई बार आपसी झड़प और मुकदमेबाजी हो चुकी है। हाल ही में वाहनों की रगड़ को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई थी, लेकिन पुलिस द्वारा मामले को हल्के में लेने और समय रहते कार्रवाई नहीं करने का आरोप स्थानीय लोग लगा रहे हैं।
घटना के बाद लोगों का आक्रोश फूट पड़ा है। सड़कों पर आगजनी हो रही है और स्थानीय पुलिस के खिलाफ नारेबाजी हो रही है। पूर्व विधायक सत्यदेव सिंह समेत कई जनप्रतिनिधियों ने पुलिस की लापरवाही को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
समाचार लिखे जाने तक मृतकों के शव घटनास्थल पर ही पड़े थे और तनावपूर्ण माहौल कायम था।