हवन-पूजन, सुदामा चरित्र की कथा व भण्डारे के साथ श्रीमद भागवत कथा का विश्राम
रिपोर्ट: रियासत अली सिद्दीकी/केके सिंह सेंगर, अम्बालिका न्यूज़ ब्यूरो,
रामकोट-सीतापुर। रामकोट कस्बा स्थित श्री रामेश्वरम धाम प्राचीन मंदिर वा गंगासागर तीर्थ परिसर पर चल रही श्रीमद भागवत कथा का विश्राम हवन, पूजन, सुदामा चरित्र की कथा व भण्डारे के साथ हुआ। विश्व विख्यात नैमिषारण्य के कथाव्यास आचार्य आलोक शुक्ला द्वारा सुदामा चरित्र का वर्णन किए जाने पर पंडाल में उपस्थित श्रोता भाव-विभोर हो गए।
कथाव्यास ने सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मित्रता करो, तो भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी करो। सच्चा मित्र वही है, जो अपने मित्र की परेशानी को समझे और बिना बताए ही मदद कर दे।
परंतु आजकल स्वार्थ की मित्रता रह गई है। जब तक स्वार्थ सिद्ध नहीं होता है, तब तक मित्रता रहती है। जब स्वार्थ पूरा हो जाता है, मित्रता खत्म हो जाती है। उन्होंने कहा कि एक सुदामा अपनी पत्नी के कहने पर मित्र कृष्ण से मिलने द्वारकापुरी जाते हैं। जब वह महल के गेट पर पहुंच जाते हैं, तब प्रहरियों से कृष्ण को अपना मित्र बताते है और अंदर जाने की बात कहते हैं। सुदामा की यह बात सुनकर प्रहरी उपहास उड़ाते है और कहते है कि भगवान श्रीकृष्ण का मित्र एक दरिद्र व्यक्ति कैसे हो सकता है।
प्रहरियों की बात सुनकर सुदामा अपने मित्र से बिना मिले ही लौटने लगते हैं। तभी एक प्रहरी महल के अंदर जाकर भगवान श्रीकृष्ण को बताता है कि महल के द्वार पर एक सुदामा नाम का दरिद्र व्यक्ति खड़ा है और अपने आप को आपका मित्र बता रहा है। द्वारपाल की बात सुनकर भगवान कृष्ण नंगे पांव ही दौड़े चले आते हैं और अपने मित्र सुदामा को रोककर गले लगा लिया। करुण प्रसंग सुदामा चरित्र की कथा के दौरान कथा व्यास सहित सभी श्रोताओं की आंखों में आंसू आ गए। सुदामा और कृष्ण की कथा से हमें मित्रता कैसी करनी चाहिए, यह बतलाते हुए कहा सुदामा जैसा मित्र कलयुगी संसार मे नहीं मिल सकता। देख सुदामा की दीन दशा करुणा करके करुणानिधि रोए, पानी परात को हाथ लियो नहिं नैनन के जल सो पग धोए। सुदामा चरित्र की कथा के बाद भागवत कथा की सूची के पश्चात कथा का विश्राम किया गया।
बताया जो भक्त सात दिनों तक किसी कारणवश कथा न सुन पाए, अगर वह आखरी दिन कथा की सूची सुन ले तो उसको पूरी कथा श्रवण करने का लाभ प्राप्त होता है। इसके बाद ब्रज की होली का आयोजन किया गया।
निरंतर सात दिनों चल रही श्रीमद भागवत कथा में बड़ी संख्या में श्रोता कथा श्रवण कर रहे थे और कथा के बीच में झांकी के माध्यम से लीलाओं का आनंद लेते आ रहे थे। हवन, पूजन के पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर रामकोट ग्राम प्रधान रामनिवास उर्फ पप्पू वर्मा, भाजपा नेता व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि भंवर सिंह, लक्ष्य नेत्रालय सीतापुर डॉ. संदीप शर्मा, इंजीनियर जेपी मिश्रा, महामंत्री उत्तर प्रदेश सी. बेसिक शिक्षक संघ सीतापुर मनोज कुमार सिंह, लकी जायसवाल, उदय प्रकाश सिंह,अमित शुक्ला, अभिषेक विशाल शुक्ला, साहित अनेकों सेवकों द्वारा कथा सेवा में अमूल्य योगदान दिया।
Edited by: K. K. Singh Sengar