“अपनी मांग सुहागन हो, संग हमेशा साजन हो…।” पति के दीर्घायु की कामना के साथ सुहागिनों ने रखा करवा चौथ का व्रत
रिपोर्ट: रियासत अली सिद्दीकी, अम्बालिका न्यूज ब्यूरो,
सीतापुर/रामकोट (यूपी)। पति की लंबी आयु और उस पर आने वाली हर विपदा को टालने की कामना कर सुहागिनें हर साल करवा चौथ व्रत करती हैं। इसको लेकर लंबे समय से व्रत कर रही महिलाओं से ज्यादा उत्साहित नवविवाहिताएं होती हैं। वहीं अच्छा वर पाने की कामना कर कन्याएं भी यह व्रत करती हैं। गुरुवार की शाम से ही जैसे सभी सुहागिन महिलाओं की निगाहें आसमान में चांद को निहार रहीं थीं। अब तो पत्नी के साथ पति के व्रत रखने का चलन भी बढ़ रहा है। शाम के धुंधले अंधेरे में जैसे ही चांद के दीदार हुए सुहागिनों के साथ-साथ उनके पति के चेहरे भी खिल उठे। पति-पत्नी ने एक साथ चांद का दीदार किया और पूरे दिन का निर्जल व्रत खोला। इससे पहले सुहागिन महिलाओं ने मंदिरों में जाकर व्रत की कहानी सुनी।
बृहस्पतिवार की सुबह महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखा और दिन में करवा चौथ से जुड़ी कहानियां मंदिरों व एक दूसरे के घरों में जाकर सुनीं। सभी घरों में पकवान बनाए गए। जैसे ही शाम को आसमान में चांद चमका। सुहागिनों ने अपने जीवन साथी के साथ चांद का दीदार किया और दिन भर की उम्मीदों को मूर्त रूप दे दिया। चांद को अर्घ दिया और सजना ने अपने हाथ से सजनी को पानी पिलाकर व्रत खुलवाया। इस दौरान सभी छतों पर महिलाएं दिखाई दीं। इससे पूर्व दिन भर सुहागिनों ने अपने सजना की दीर्घायु की कामना को रखे जाने वाले करवा चौथ के व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ रखा। नव विवाहिताएं हों या फिर अधेड़, सभी में अपने पति की दीर्घायु की कामना की। इसके लिए सभी में समान रूप से उल्लास दिखाई दिया। हर ओर सोला श्रृंगार कर सजी संवरी महिलाएं दिखाई दी। अपने श्रृंगार व सजने में किसी ने कोई कोताही नहीं बरती। पुरुषों ने भी अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए अपनी जीवन संगिनी को तोहफे भेंट किए। साथ ही सातों जन्म के लिए अपने सजना-सजनी का साथ मांगा।
अखंड सौभाग्य का व्रत है करवा चौथ:
रामकोट-सीतापुर। अपनी मांग सुहागन हो, संग हमेशा साजन हो… यह पंक्तियां भले ही फिल्मी गाने की हैं लेकिन जिस तरह फिल्म में नायिका अखंड सौभाग्य की कामना कर रही है, ठीक उसी तरह सुहागिनें करवा चौथ के दिन चांद के साथ अपने पति का चेहरा देख कर उसकी लंबी आयु की कामना करती है। यह पति और पत्नी के बीच प्रेम का प्रतीक है। सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र और वैवाहिक सुख के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं तो कन्याएं यह व्रत सुयोग्य जीवनसाथी पाने के लिए रखती हैं। चंद्र देव को सुख-समृद्ध का देवता माना जाता है ऐसे में इस व्रत में चांद को देख कर पूजन करने का विशेष महत्व है।
(Edited by: K. K. S. Sengar)