दो लाख दो.. वरना, खानी पड़ेगी गोली! पुरनहिया हाई स्कूल में पर्चा चिपकाकर शिक्षकों से मांगी रंगदारी
रिपोर्ट: डॉ अभिषेक प्रियरंजन, अम्बालिका न्यूज़ ब्यूरो,
सीतामढ़ी: बिहार में अपराधियों ने अब हद कर दी है। कल तक अपराधी बड़े-बड़े ठेकेदार और कारोबारी से रंगदारी की मांग करते थे और उनसे वसूली भी करते थे, तो अब शिक्षक और शिक्षिका से रंगदारी की मांग की जाने लगी है। यह जानकर हर किसी को कुछ देर के लिए हैरानी होगी। मगर, डिमांड से मामला सच होने की बात कही जा रही है। हालांकि, एसपी और पुलिस ने इसे शरारती तत्वों का कृत्य बताया है और जांच करने की बात कही है।
संगठन का नाम ‘गरीबों का मसीहा’:
दरअसल, बथनाहा प्रखंड के एक स्कूल पर पर्चा चिपका कर अपराधियों ने शिक्षक और शिक्षिकाओं से दो-दो लाख रुपए रंगदारी मांगी है। खास बात यह कि पैसा किससे और कहां पर भेजना है, पर्चा में इसका भी जिक्र है। ‘गरीबों का मसीहा’ नाम के आपराधिक संगठन ने पर्चा पर लिखा है कि ‘राम कृष्ण झा सभी शिक्षक और शिक्षिका से पैसा लेकर एनएच 22 पर एक साइकिल दुकान से 20 मीटर आगे आएंगे।’ भुगतान नहीं करने पर संबंधित शिक्षक/शिक्षिका को गोली मारने की धमकी दी गई है। अव्वल तो यह कि पर्चा पर नोट में लिखा है, ‘हमें आप सबसे कोई दुश्मनी नहीं है।’
स्कूल की दीवार पर पर्चा:
यह मामला जिले के बथनाहा प्रखंड अंतर्गत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पुरनहिया का है। विद्यालय की दीवार पर जगह-जगह पर्चा चिपकाया गया है। पर्चा के माध्यम से रंगदारी मांगें जाने से शिक्षक पूरी तरह दहशत में है। प्रधानाध्यापक अभिषेक शर्मा ने बताया कि सोमवार की सुबह नौ बजे शिक्षक और अन्य कर्मी विद्यालय पहुंचे, तो उनकी नजर मुख्य द्वार के चार पिलरों पर चिपके पर्चों पर पड़ी। जिसपर किसी ‘टीम नवाब, गरीबों का मसीहा’ पैसे के डिमांड के बारे में लिखा हुआ था। पर्चा में कहा गया है कि रुपए के बंडल पर शिक्षक/शिक्षिका का नाम लिखा होना चाहिए।
सहियारा थाना पुलिस ने मामले की जांच की:
सूचना पर ग्रामीण भी स्कूल में पहुंचे। छात्र-छात्राएं पहुंच चुकी थी। प्रधानध्यापक अभिषेक शर्मा की सूचना पर सहियारा थाने के एएसआई विजय कुमार सिंह पहुंचे। उन्होंने सभी पर्चे को जब्त कर लिया। थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने बताया कि ये कोई असामाजिक तत्व दहशत फैलाना चाह रहा है। मामले की जांच की जा रही है। शीघ्र ही मामले का खुलासा कर असमाजिक तत्वों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी