Saran: एकमा सीएचसी में ड्यूटी पर तैनात एएनएम के साथ आंदोलनकारी आशा कर्मियों ने की बदसलूकी
– हंगामा कर स्वास्थ्य सेवाओं को किया बाधित
– स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा; आंदोलनकारी आशा कर्मियों के द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था में बांधा डालने व बदसलूकी की सूचना देने पर भी मौके पर नहीं पहुंची एकमा थाना पुलिस
रिपोर्ट: वीरेंद्र कुमार यादव, अम्बालिका न्यूज़ ब्यूरो,
एकमा (सारण)। एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को ड्यूटी पर तैनात एएनएम निर्मला कुमारी के साथ हड़ताली आशा कर्मियों ने बदसलूकी किया। इस दौरान एएनएम की साड़ी फाड़ दी गई और उनके साथ मारपीट भी किया गया। मारपीट में एएनएम निर्मला कुमारी के हाथ व गर्दन में चोटे आयी हैं। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा है कि आंदोलनकारी आशा कर्मियों के द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था में बांधा डालने व बदसलूकी की सूचना देने पर भी मौके पर नहीं पहुंची है एकमा थाना पुलिस ।
बताते हैं कि बुधवार को भी ड्यूटी पर तैनात एएनएम अंशु कुमारी, ममता नीलू देवी व सविता देवी के साथ हड़ताली आशा कर्मियों ने मारपीट व बदसलूकी किया था। बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह में हड़ताली आशा कर्मियों ने सीएचसी में पहुंचकर हंगामा किया और ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया। इसके बाद शासन प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ताला बंद धरना पर बैठ गयी। सीएचसी में कार्य ठप्प हो जाने मरीजों को काफी परेशानी झेलने को विवश होना पड़ रहा है। बताया जाता है कि घायल एएनएम निर्मला कुमारी द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. गंगा सागर बिंदु को आवेदन पत्र देकर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।
उधर आशा कर्मियों के द्वारा ड्यूटी पर तैनात एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लगातार किये जा रहे दुर्व्यवहार को लेकर आम जनता में रोष एवं क्षोभ व्याप्त है। वहीं गर्भवती महिलाओं की डिलेवरी, ओपीडी, प्रतिरक्षण एवं इमरजेंसी सेवाएं बाधित करने व गंभीर मरीजों के उपचार में बांधा बन रही आशा कर्मियों के विरुद्ध विधिक व कठोर कानूनी कार्रवाई करने की मांग समाजसेवियों व बुद्धिजीवियों ने की है। इस संबंध में एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि प्रतिदिन आंदोलनकारी आशा कर्मियों के द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ गैर कानूनी ढंग से सीएचसी का गेट बंद कर मारपीट एवं दुर्व्यवहार किया जाता है एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित कर मनमानी की जाती है। जिससे क्षेत्र के मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा है।