रिपोर्ट: अम्बालिका न्यूज,
छपरा (सारण): बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा शिक्षा विभाग का अजीबोगरीब पत्र, जिसमें शिक्षकों को यह आदेश दिया गया है कि शराब पीने वाले और उसकी आपूर्ति करने वाले लोगों की पहचान शिक्षक करेंगे और उसकी सूचना मध निषेध विभाग को देंगे। इस तुगलकी फरमान का विरोध जताते हुए इसकी प्रति सारण जिला के शिक्षकों द्वारा शनिवार को जलाया गया। शिक्षकों का कहना है कि यह एक तुगलकी फरमान है। जिसमें सरकार जान-बूझकर शिक्षकों को मौत के मुंह में धकेलना चाहती है।जहां पूरे बिहार के पुलिस शराबियों और शराब बेचने वाले की पहचान नहीं कर पाई। वहीं राष्ट्र निर्माता जो कलम के सिपाही हैं, इसकी पहचान कैसे कर पाएंगे? यदि करते हैं तो शराब माफियाओं के द्वारा उनकी जान माल का खतरा उत्पन्न हो जाएगा। राष्ट्र निर्माता शिक्षा दान करते हैं न कि शराबियों की पहचान करने का काम। पूरे सारण जिला के शिक्षकों में ठंड के मौसम में भी इस पत्र प्राप्ति के बाद से उनके शरीर में गर्मी आ गई है। यह पत्र उनके मान-सम्मान के खिलाफ है। सारण जिला के शिक्षकों ने सरकार के इस पत्र की प्रति को नगरपालिका चौक पर जलाए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सरकार के इस पत्र को जलाने के लिए सारण जिला शिक्षक संघ बिहार के जिला अध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह, बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष रविंदर सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव सुरेंद्र सिंह आदि की मौजूदगी में जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
वहीं परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ और परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ सहित विभिन्न शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने सरकार की उक्त फरमान की घोर निंदा की गई है।