शायर डाॅ. ऐनुल बरौलवी अपनी स्वरचित पुस्तकें ज़िला पदाधिकारी, गोपालगंज से मिलकर करेंगे दान
रिपोर्ट: रिपोर्टर के. के. सिंह सेंगर, अम्बालिका न्यूज ब्यूरो,
छपरा (सारण): मशहूर ओ मारूफ़ शायर, अदीब एवं समाज सेवी डाॅ. ऐनुल बरौलवी अपनी स्वरचित पुस्तकें ज़िला केन्द्रीय पुस्तकालय, गोपालगंज हेतु शीध्र ही ज़िला पदाधिकारी , गोपालगंज से मिलकर दान करेंगे। डाॅ. ऐनुल बरौलवी ने बताया कि ज़िला पदाधिकारी, गोपालगंज ने एक मुहिम शुरू किया है। जिसका नाम है “पुस्तक दान महादान अभियान” और लोगों से अपील किया है कि पुस्तकें ज़िला अंतर्गत केन्द्रीय पुस्तकालय के लिए दान करें। इस “पुस्तक दान महादान अभियान” में लोग बढ-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।
डाॅ. ऐनुल बरौलवी गोपालगंज ज़िला के बरौली प्रखंड के कोटवां गांव के निवासी हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन रेलवे स्टेशन से ट्रेन मैनेजर (मेल/एक्सप्रेस) के पद से अपनी सेवा पूरी कर सेवानिवृत्त हैं और छपरा में रहते हैं। डाॅ. ऐनुल बरौलवी हिंदी, भोजपुरी एवं उर्दू के एक जाने-माने कवि , शायर एवं साहित्यकार के साथ ही एक समाज सेवी भी हैं। डाॅ.ऐनुल बरौलवी दो संस्थाओं- “बज़्म-ए-हबीब” साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था तथा “हबीब भोजपुरी विकास मंच” के संस्थापक एवं सचिव भी हैं। ये संस्थायें साहित्य एवं समाज के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वालों को कार्यक्रमों के माध्यम से सम्मानित करती हैं। ये संस्थायें देश के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में वर्षों से कार्यक्रम आयोजित करती और सम्मानित करती आ रही हैं।
डाॅ. ऐनुल बरौलवी ने बताया कि पुस्तक दान सर्वश्रेष्ठ दान है। फ़िलवक़्त उपलब्ध अपनी स्वरचित छः पुस्तकों – ऐनुल बरौलवी के सौ शेर, आंखिन भादो मास, सांच ज़िन्दगी के, सुरुज मुट्ठी में, टहलते ख़्वाब, सदा-ए-नव की पांच-पांच प्रतियां ज़िला केन्द्रीय पुस्तकालय गोपालगंज हेतु ज़िला पदाधिकारी से मिलकर दान करेंगे। जिससे गोपालगंज ज़िले के लोग लाभान्वित हो सकें। डाॅ.ऐनुल बरौली ने इस महती कार्य के लिए ज़िला पदाधिकारी गोपालगंज को मुबारकबाद पेश किया है।