एक वर्ष में लगभग 16 हजार लोगों की हुई कैंसर स्क्रीनिंग:
सदर अस्पताल के ओपीडी में होमी भाभा कैंसर अस्पताल सह शोध संस्थान के टीम द्वारा कैंसर के संभावित मरीजों की करायी जा रही है बायोप्सी:
राज्य सरकार की पहल पर सदर अस्पताल में बायोप्सी की सुविधा उपलब्ध: सिविल सर्जन
सोनपुर मेला में 232 लोगों की कैंसर स्क्रीनिंग हुई,इसमें 18 स्तन कैंसर के मरीजों की हुई शिनाख्त: डॉ भूपेंद्र
छपरा, 28 दिसंबर।
मुंह के कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए जिले से अच्छी खबर आ रही है। इन मरीजों को जिला के सदर अस्पताल में बायोप्सी की सुविधा मिलेगी। इसके लिए पटना सहित किसी अन्य बड़े शहरों की ओर रुख करना नहीं पड़ेगा। सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि राज्य सरकार की पहल पर सदर अस्पताल में बायोप्सी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे मुंह के कैंसर के संभावित मरीजों को काफी सहूलियत होगी। हालांकि कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान होने पर आसानी से इसका इलाज स्थानीय स्तर पर संभव है। सदर अस्पताल के दंत चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों के सहयोग से होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के स्थानीय विशेषज्ञों की टीम द्वारा बुधवार को सदर अस्पताल में मुंह की कैंसर के एक संभावित मरीज की सफलता पूर्वक बायोप्सी की गयी। इस अवसर पर सदर अस्पताल की दंत चिकित्सक डॉ पुष्पा कुमारी, डॉ विक्रम आनंद और डॉ सेबी, स्टॉफ नर्स दीपक कुमार और निकिता कुमारी, सहित कई अन्य उपस्थित रहे।
सोनपुर मेला में 268 लोगों का हुआ कैंसर स्क्रीनिंग: डॉ भूपेंद्र
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ भूपेंद्र कुमार ने बताया कि बायोप्सी की मदद से कैंसर की पहचान करने में काफी सहूलियत होती है। इसके लिए मरीज के मुंह के अंदर प्रभावित इलाके से टिशु के नमूने को जांच के लिए लेबोरेट्री भेजा जाता है। उन्होंने बताया मुंह में किसी भी तरह की असहजता घाव या दर्द की शिकायत होने पर दंत चिकित्सकों की सलाह पर आवश्यक रूप से जांच करानी चाहिए। ताकि कैंसर होने की स्थिति में इसका समय पर इलाज संभव हो सके। सबसे अहम बात यह है कि ऐतिहासिक सोनपुर मेले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेला अवधि में प्रत्येक शनिवार को स्टॉल लगा कैंसर से संबंधित 9 दिसंबर को 93, 16 को 100 जबकि 23 दिसंबर को 75 लोगों की स्क्रीनिंग करायी गयी है। जिसमें 18 स्तन कैंसर के संदिग्ध मरीजों की पहचान की गई है।
सदर अस्पताल के कैंसर ओपीडी की सेवा संचालित: डॉ विक्रम आनंद
होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के चिकित्सक डॉ विक्रम आनंद ने बताया कि सदर अस्पताल में बायोप्सी सेवाओं का संचालन मुंह के कैंसर के संभावित मरीजों के लिए महत्वपूर्ण है। अस्पताल में पूर्व से ही कैंसर ओपीडी सेवा संचालित की जा रही है। बायोप्सी सेवा का संचालन शुरू होने से संभावित मरीजों की समय पर जांच व उपचार संभव हो सकेगा। शुरुआती लक्षणों के आधार पर कैंसर रोग की पहचान करना आसान है। इसके लिए सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा संचालित की जा रही है। साथ ही सप्ताह में तीन दिन जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य मेला का आयोजन कर विशेष रूप से कैंसर स्क्रीनिंग भी की जाती है । ताकि अधिक से अधिक मरीजों की पहचान कर उसका उपचार किया जा सके।
जिले में कैंसर के 67 संभावित मरीजों की हुई पहचान, 12 का किया जा रहा है उपचार: डॉ सेबी
होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की महिला चिकित्सक डॉ सेबी ने बताया कि कैंसर अब लाइलाज बीमारी नहीं है। बस, इसका सही समय पर पता करने के साथ ही शुरुआती दौर में लक्षण पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं में इन दिनों स्तन कैंसर एवं पुरुषों में मुंह के कैंसर के अत्यधिक मामले सामने आ रहे हैं। आजकल युवाओं में तंबाकू सेवन मुंह के कैंसर का प्रमुख कारण बन रहा है। इसके लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों की आशा, विद्यालय के शिक्षकों सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और एएनएम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिले के 67 संभावित मरीजों की पहचान की गई है। जबकि मुंह के 6, स्तन कैंसर के 4 जबकि बच्चेदानी के 2 मरीजों का उपचार स्थानीय स्तर पर चल रहा है।
एक वर्ष में लगभग 16 हजार कैंसर स्क्रीनिंग:
सदर अस्पताल परिसर स्थित ओपीडी में संचालित होमी भाभा कैंसर संस्थान सह शोध संस्थान के जिला डाटा इंट्री ऑपरेटर मंटू कुमार ने बताया कि विगत एक वर्ष में 16567 मरीजों की स्क्रीनिंग की गयी है। जिसमें दिसंबर 2022 को 984, जनवरी 2023 में 706, फरवरी में 800, मार्च में 1426, अप्रैल में 1345, मई में 1222, जून में 941, जुलाई में 1368, अगस्त में 2017, सितंबर में 2189, अक्टूबर में 2023, नवंबर में 1446 जबकि दिसंबर महीने में अभी तक लगभग 18 सौ के करीब मरीजों की स्क्रीनिंग की गयी है।