अपनी ईमानदारी व सिद्धांतवादी राजनीति के लिए आज भी याद किए जाते हैं प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी, समाजवादी नेता व दिघवारा नगर पंचायत के फाउंडर अध्यक्ष स्व. रामचंद्र सिंह पथिक
पुण्यतिथि पर विशेष:
रिपोर्ट: मनिंद्र नाथ सिंह मुन्ना, अम्बालिका न्यूज़ ब्यूरो,
दिघवारा (सारण): सारण जिले के प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी, समाजवादी नेता सह दिघवारा नगर पंचायत के फाउंडर अध्यक्ष रामचंद्र सिंह पथिक का जन्म 1 जनवरी 1927 ईस्वी को हुआ था। अपने बचपन से ही वह सामाजिक प्रवृत्ति के रहे। जब वह आठवीं कक्षा के छात्र थे, उसी समय आजादी की लड़ाई में कूद पड़े और आंदोलन में सक्रिय भूमिका में रहे। इसी दौरान वह बिहार केसरी सूरज नारायण सिंह के संपर्क में आए और उनके ही नेतृत्व में कार्य करते रहे। आजादी के बाद राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका में रहे। 1950 से जब तीनों जिला एक था, यानी कि तत्कालीन पुराने सारण जिला के वह सोशलिस्ट पार्टी के जिला अध्यक्ष हुआ करते थे। वे अपनी राजनीतिक जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव देखें। 1978 में तत्कालीन बिहार सरकार के द्वारा दिघवारा में नगर पंचायत का गठन किया गया, जो उस समय अधिसूचित क्षेत्र समिति के नाम से जाना जाता था। उसके संस्थापक के रूप में भूमिका निभाई एवं बिहार सरकार के द्वारा उन्हें प्रथम उपाध्यक्ष के रूप में नामांकित किया गया। वह अपने कार्यकाल के दौरान जबकि उस समय किसी भी प्रकार का कोई विकास निधि भी उपलब्ध नहीं थी, बावजूद उसके नगर क्षेत्र के विकास का अध्याय उन्होंने लिखा। उनके उल्लेखनीय कार्यकाल की याद आज भी लोगों के द्वारा की जाती है। 4 साल अपने पद पर रहने के उपरांत उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वे जब राजनीतिक क्षेत्र में बदलते हुए समीकरण एवं राजनीतिक व्यवस्था को देखा तो राजनीतिक जीवन से भी अपने आप को अलग कर लिया था। इसके बाद वह राजनीति की सक्रिय भूमिका से दूर होते चले गए। वे अपने पूरे जीवन में सच्चाई एवं ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 24/02 /2018 को ईस्वी को इस लोक से परलोक में लीन हो गए।
Edited by: K. K. S. Sengar