Earthquake: नेपाल और देश के 5 राज्यों में देर रात आया भूकंप, नेपाल में 6 लोगों की मौत
6.3 मापी गई तीव्रता, भारत के इन 5 राज्यों में महसूस किए गए भूकंप के झटके
रिपोर्ट: अम्बालिका न्यूज़ डेस्क,
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में मंगलवार की देर रात भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए। दो बार में तेज झटके लगने से कई कॉलोनियों व मोहल्लो में लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप के झटके देर रात 1.58 बजे महसूस किए गए। कुछ रुककर लगभग 10 सेकंड बाद दो बार झटके लगने से नींद में सोए लोग भी जाग गए और घरों से बाहर निकल आए। वहीं भूकंप का केंद्र रहे नेपाल में छह लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से सामने आई जानकारी में दोती जिले में एक घर गिरने से घर में सो रहे छह लोगों की मौत दबकर हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली NCR में भूकंप के झटके करीब 10 सेकंड तक महसूस किए गए।
पड़ोसी देश नेपाल में मंगलवार देर रात 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। जिसके झटके राजधानी दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप 9 नवंबर रात करीब एक बजकर 57 मिनट पर आया। एपिसेंटर नेपाल के मणिपुर में रहा। इसकी गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी।
झटके से घबराए लोगों में से कुछ लोगों ने अपने घरों और दीवारों पर नजर दौड़ना शुरू कर दिया। कुछ देर में भूकंप की सूचना एक-दूसरे को बताने और इसे कनफर्म करने के लिए लोगों के फोन घनघनाते रहे। जानकारों के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 6.3 से अधिक थी। दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के आसपास के जिलों में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक इसका केंद्र नेपाल के मणिपुर में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। बता दें कि उत्तर भारत में महज पांच घंटे के भीतर दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। इससे पहले मंगलवार रात आठ बजकर 52 मिनट पर लखनऊ समेत यूपी के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.9 मापी गई थी। वहीं नेपाल में यह मंगलवार को 24 घंटे के भीतर तीसरा भूकंप का झटका रहा।
उत्तर प्रदेश से मिली जानकारी के अनुसार भूकंप के झटके यूपी के लखनऊ, मुरादाबाद, मेरठ, बरेली आदि शहरों में भी महसूस किए गए। वहीं एनसीआर के फरीदाबाद, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा में भी झटके महसूस हुए। इस दौरान कई जगह से लोगों के बेड तक हिलने लगे। राहत की बात यह है कि इन जगहों से किसी तरह की जान माल की हानि की खबर नहीं आई है।
नेपाल में 24 घंटे के अंदर आए 4 झटके, 6 की मौत:
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में डेढ़ घंटे में दो झटके महसूस किए गए। देर रात एक बजकर 57 मिनट के बाद 3 बजकर 15 मिनट पर भूकंप रिकॉर्ड किया गया। इसकी तीव्रता 6.3 रही। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, 8 नवंबर की रात 9 बजे भी नेपाल में भूकंप आया था। तीव्रता 4.9 रही। 8 नवंबर को ही दिन में करीब 12 बजे मिजोरम में भी भूकंप आया था। यहां तीव्रता 4.4 थी।
कितना नुकसान हुआ
नेपाल पुलिस के मुताबिक, रात 2 बजे आए भूकंप से दोती जिले में एक घर गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई। 5 घायल हो गए। नेपाल सेना को भूकंप प्रभावित इलाकों में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजा गया है।
भारत के इन 5 राज्यों में महसूस किए गए भूकंप के झटके:
भारत के 5 राज्यों यूपी, बिहार, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड की धरती में कंपन हुआ। दिल्ली-NCR में भूकंप आने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। जो काफी देर तक वापस नहीं गए। जब भूकंप आया तब लोग गहरी नींद में थे, लेकिन झटकों के लगने से उनकी नींद खुल गई। कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी शेयर किए हैं।
भूकंप आने के बाद #earthquake ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। आधे घंटे में करीब 20 हजार ट्वीट किए गए।
उधर आज सुबह करीब 6.27 बजे उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भी 4.3 तीव्रता का भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप की गहराई जमीन से 5 किमी नीचे थी।
2015 में भूकंप से आई थी नेपाल में काफी तबाही:
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भूकंप 25 अप्रैल 2015 को सुबह 11 बजकर 56 मिनट पर आई थी। नेपाल में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इस विनाशकारी भूकंप में 9,000 से ज्यादा लोग मारे गए और 23,000 से ज्यादा घायल हुए। इसका केंद्र नेपाल से 38 किलोमीटर दूर लामजुंग में था। नेपाल में 81 साल में ऐसा जबरदस्त भूकंप आया था। इससे पहले 1934 में नेपाल और उत्तरी बिहार में 8.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 10,600 जानें गई थीं।
आइए जानते हैं क्यों आता है भूकंप?
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है। जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
ऐसे लगाते हैं भूकंप की तीव्रता का अनुमान:
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।
Edited by: K. K. Singh Sengar